धार । सरकार ने लोगों की समस्याओ के समाधान हेतु कई शिकायती प्लेटफार्म व पोर्टल बनाए हैं इसी कड़ी में प्रमुख रूप से सीएम हेल्पलाइन शुरू की गई है जिसमें पीड़ित व्यक्ति शिकायत कर सकता है जहां पर शिकायतों का तुरंत निराकरण किया जाता है लेकिन यहां पर पीड़ित कम व धंधेबाज ज्यादा शिकायतें कर धंधा कर रहे हैं अब सवाल यह उठता है कि कैसे पहचाना जाए कि कौन असल में पीड़ित व्यक्ति है और कौन धंधेबाज तो उसका आसान सा तरीका है पीड़ित व्यक्ति किसी एक की शिकायत करता है लेकिन शिकायतों का धंधा करने वाले अनेकों लोगों की एवं बार-बार शिकायत करते हैं जिससे स्वतः ही सिद्ध हो जाता है कि यह व्यक्ति पीड़ित नहीं है बल्कि लोगों को ब्लैकमेलिंग करने के लिए शिकायतें कर रहा है ऐसे धंधेबाज के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए ताकि फर्जी शिकायत कर धंधेबाजी करने वालो पर अंकुश लगे एवं असल पीड़ितों को न्याय मिल सके
ऐसे कई धंधेबाज है जो अनेकों लोगों की ऑनलाइन शिकायतें ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं धार नगर पालिका में भी एक धंधेबाज ने अनेको लोगों की शिकायत कर रखी है जबकि वह धार शहर का निवासी भी नहीं है दूसरे शहर में बैठकर ऑनलाइन धार के निवासियों की शिकायतें कर पैसे ऐठने की कोशिश कर रहा है
धंधेबाजो के कारण असल पीड़ितों को नहीं मिल पा रहा है न्याय
शिकायती साइड पर अनेकों लोगों की शिकायतें कर धंधा करने वाले धंधेबाजो के कारण असल पीड़ित व्यक्तियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है क्योंकि असल व्यक्ति तो एक बार किसी की शिकायत करता है लेकिन शिकायत को धंधा बनाने वाले बार-बार अनेक लोगों शिकायत करते हैं जिससे शिकायतों का अंबार लग जाता है और असल व्यक्ति की शिकायतें दबी रह जाती हैं वही धंधेबाज शिकायतकर्ता इसके जानकार होते हैं इसलिए वह बार-बार शिकायत करके दबाव बनाते हैं जिससे शिकायतों का हल करने वाले जिम्मेदार पहले इनकी शिकायतों को तवज्जो देते हैं और असल पीड़ित शिकायतकर्ताओं की शिकायत है नीचे दबी रह जाती है ऐसे में ऐसे धंधेबाजो को चिन्हित कर इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए